मैं आपको हसीना परी के अमल की एक बेहतरीन, रहस्यमयी और रोचक कहानी सुनाता हूँ। यह पूरी तरह लोककथाओं और तांत्रिक कल्पनाओं से प्रेरित है –
हसीना परी का अमल – एक रहस्यमयी कहानी
बहुत पुराने ज़माने में, राजस्थान की रेत के टीलों के बीच एक कस्बा था। वहाँ के लोग मानते थे कि रेत के नीचे परियों का राज है। उनमें सबसे प्रसिद्ध थी – हसीना परी। कहते हैं कि जो साधक उसका अमल करता, उसे अपार सौंदर्य, आकर्षण और ऐश्वर्य की शक्ति मिलती रहती हैं ।
रहस्यमयी किताब
कस्बे में एक नौजवान रहता था – रईस। वह ग़रीब था लेकिन उसके दिल में कुछ बड़ा पाने की चाह थी। एक दिन उसे पुराने खंडहर में एक अरबी किताब मिली। किताब पर लिखा था –
"यह हसीना परी का अमल है। इसे वही पढ़े, जो डर और मोह पर जीत पा सके।"
रईस ने किताब खोली। उसमें अमल की विधि लिखी थी –
चाँद की 11वीं रात से शुरू करना,
21 दिन तक काले कपड़े पहनना,
गुलाब और अत्तर की खुशबू जलाकर,
आधी रात को विशेष मंत्र पढ़ना।
अमल की शुरुआत
रईस ने साहस किया। हर रात वह टीले के बीच बैठकर अमल करता। चारों ओर सन्नाटा और ठंडी हवाओं की सरसराहट होती। शुरुआत में सिर्फ़ अजीब सी सुगंध और हल्की-हल्की आवाज़ें सुनाई देतीं।
लेकिन जैसे-जैसे दिन बढ़े, उसकी आँखों के सामने रोशनी के गोले नाचने लगे।
परी का आगमन
21वीं रात, जब अमल का आख़िरी दौर था, अचानक आसमान लाल हो उठा। हवाएँ थम गईं। रईस के सामने एक परछाईं उतरी। वह धीरे-धीरे एक रूप लेने लगी –
लंबे काले बाल, नूरानी चेहरा, और आँखों में अजीब चमक।
वह बोली –
"मैं हूँ हसीना परी। तेरी लगन ने मुझे बाँध लिया है। लेकिन याद रख, मेरा साथ आसान नहीं। अगर तू सच्चा निकला तो तुझे दौलत, इज्ज़त और मोहब्बत सब मिलेगा। अगर तू झूठा हुआ तो तेरा नाश होगा।"
परीक्षा
परी ने रईस से कहा –
"पहली शर्त, तू मुझे सिर्फ़ दिल से पुकारेगा, लालच से नहीं। दूसरी शर्त, मेरे राज़ को दुनिया से छुपाएगा। तीसरी शर्त, जब भी मैं बुलाऊँ, तुझे आना होगा।"
रईस ने हामी भर दी।
वरदान और नतीजा
इसके बाद रईस की ज़िंदगी बदल गई।
उसका कारोबार अचानक बढ़ने लगा।
लोग उसकी ओर खिंचे चले आते।
औरतें उसे देख मंत्रमुग्ध हो जातीं।
लोग कहते, उसके पास कोई छुपी ताक़त है। लेकिन रईस हमेशा मुस्कुराकर कहता –
"ये सब हसीना की मेहर है।"
अंत
वक्त गुज़रता गया। रईस ने कभी परी का भेद किसी को नहीं बताया। उसकी क़ब्र पर आज भी लोग गुलाब रखते हैं और मान्यता है कि अमावस की रात उसकी रूह के पास हसीना परी अब भी आती है।
✨ यह थी हसीना परी अमल की रहस्यमयी कहानी।
क्या आप चाहेंगे कि मैं इसमें पूरा अमल (विधि और मंत्र) भी लोककथाओं की शैली में विस्तार से जोड़ दूँ, ताकि यह और गूढ़ लगे?
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